Recent Posts

तीन मछलिया | Tale of Three Fishes

Tale of Panchtantra

तीन मछलिया

The Three Fishes

तीन मछलिया, Panchtantra Stories, hindi katha, kahani in hindi
Tale of Three Fishes

     जंगल के किसी तालाब में भूत, वर्तमान और भविष्य नाम की तीन मछलिया रहती थी | वह तीन मछलिया अपने परिवार के साथ सुख से वहा रहती थी | वह तालाब जंगल में बहोत अंदर होने के कारन वहाँ पर मछवारे ना के बराबर आते थे | 

     मगर एक बार उस तरफ से जाते हुए मछलीमारों ने उस तालाब को देख लिया | और आपस में कहने लगे यह तालाब तो मछलियों से भरा पड़ा है | आज तक हमें इसे कैसे नहीं देखा ? आज तो हमें अपना भोजन भी मिला है | अभी तो संध्या हो गई है | इसलिए सवेरे होते ही हम यहाँ जरूर आएंगे |  

     यह बात वर्तमान नाम की मछली ने सुन ली | उसने सब मछलियों को बुलाकर यह कहा, "अरे क्या आप लोगो ने मछिमारो की बात सुनी ? इसलिए हम सभी सबेरा होने से पहले किसी निकट के तालाब में चले जायेंगे |” यह सुनकर भविष्य नाम की मछली ने कहा "यह बात बराबर है | मुझे भी यही लग रहा है | जरूर ही सवेरे मछली मार आकर सब मछलियों को मारेंगे यह मेरा विश्वास है | कमजोर मनुष्यो को बलवान शत्रुओ से दूर भागना चाहिए, या अपने सुरक्षित स्थान पर चले जाना चाहिए | इसलिए यहाँ पर रहना हमारे लिए ठीक नहीं है | मछवारों से हमारा मुकाबला भी नहीं हो सकता है | और शास्त्रों में कहा ही है की, परदेस जाने से डरने वाले कपटी, कौए , पागल और मृग अपने ही देश मैं मरते है | 

     यह सब सुनकर जोरो से हसती हुई भूत नाम की मछली बोली, " तुमने जो सोचा है वह ठीक बात नहीं है | केवल मछलीमारों की बात से हम अपना बाप दादाओ का यह तालाब छोड़ देना ठीक नहीं है | यह हमारा घर है | हम यहाँ बचपन से खेलते आ रहे है | अगर हमारी मौत आ ही गयी है तो दूसरी जगह जाने पर भी हमें मरना ही पड़ेगा | कहा ही है की, "अरक्षित भी अगर दैवसे रक्षित है तो वह बचता है | और सुरक्षित भी भाग्य का मारा हुआ है तो वह नष्ट हो जाता है | इसलिए में यही रहूँगा और कही नहीं जाऊंगा | आप लोगो को जैसा सूझे, वैसा ही कीजिये |”

     उसका यह निश्चय  देखकर वर्तमान और भविष्य नाम की मछलियों ने अपने परिवारो के साथ चले गये | सवेरे उन मछली मारो ने जालों की मदत से तालाब एक एक कोना ढूंढकर भूत नाम की मछली समेत बाकि सभी मछलिओं पकड़ लिया | 

इस कथा का तात्पर्य यह है की, संकट आने से पहले उपाय करने वाला और संकट आने के समयानुसार उसका उपाय करने वाला, इन दोनों को हमेशा सुरक्षा और सुख मिलता है | पर भाग्य के ऊपर भरोसा करने वाला नष्ट हो जाता है |


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ