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krishna wives श्रीकृष्ण ने क्यों की १६,००० स्त्रियों से शादि ?

krishna wives    Why did Shri Krishna marry 16,000 women?

भगवान श्रीकृष्ण की १६,००० पत्नियों से शादी का राज क्या है ?
    

     दोस्तों ये तो सभी जानते है की, श्रीकृष्ण की ८ प्रमुख पत्नियों के अलावा १६,००० और पत्नियां थी | क्या आप जानते है कृष्ण ने १६००० स्त्रियों को पत्नियों के रूप में क्यों स्वीकार किया ? कई लोग इस बात पर मजाक उड़ाते है की भगवान कृष्ण की तो १६००८ पत्नियां थी | इसके पीछे दोस्तों रोचक कहानी है | अगर आप सुनेंगे तो आपको कृष्ण का एक और रूप उजागर होगा |

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     भारत के पश्चिमी सागरतट पे जब कृष्ण ने द्वारका नगरी बसाई थी | एक दिन कामरूप राज्यसे स्त्रियोंका एक पथक कृष्ण से मिलने द्वारका पहुंचा उन्होंने श्रीकृष्ण से कहा ''
हमारे राज्य की राजधानी प्राग्यज्योतिषपूर की खूबसूरत स्त्रियों का जीवन संकट में है | १६००० स्त्रियों को कामरूप राज्य के राजा नरकासुर उर्फ़ भौमासूर ने अपने कारागृह में बंदिस्त बनाया है | अपनी हवस और वासना को शांत करने के लिए | आप उन्हें मुक्त कर दीजिये'' | 

     दोस्तों भौमासूर की कारागृह कि क्षमता ५००० बंदिस्तोकी थी | वहाँपर ५००० निरपराध कुलीन क्षत्रिय महिलाएं कैद थी | और बाकि ११००० महिलाओंको खुले मैदान में भक्कम लकड़ी का बेडा लगाके बंदिस्त किया था | उन कुलीन स्त्रियों को अपना खाना बनाना, नहाना और शौच करना सब कुछ मैदान में ही करना पड़ता था | भौमासुर का सेनापति मुर, राज्यपाल, कारागृह के अधिकारी भी अपनी वासना शांत करने के लिए, उन स्त्रियों पर अत्याचार करते थे | 

भौमासूर का वध | krishna and bhaumasur

     श्रीकृष्ण ने उनकी बिनती मान ली | और अपनी सेनासहित भौमासूर पर आक्रमण करने चल निकले | पहिले कृष्णने भौमासूर के सेनापति मुर को युद्ध में मार डाला | इस युद्धमे कृष्ण की सारथी थी, कृष्ण की तीसरी पत्नी सत्यभामा | कृष्णने बादमे भौमासूर के साथ घनघोर युद्ध किया | फिर दोनों द्वंद के लिए अपने रथ से उतरे | दोनों में घमासान गदायुद्ध हुआ | आखिर उस गदायुद्धमे कृष्ण ने भौमासूर के छाती पर गदाप्रहार करके उसका वध कर दिया | 

     उसके उपरांत कृष्ण ने भौमासूर के पुत्र भगदत्त को नया राजा घोषित कर दिया | और १६००० स्त्रियों को मुक्त कर दिया | मगर उसी राज्य की महिलाएँ अपने घर गई | तब घरवालों ने उन्हें कलंकित और पापी कहकर उन्हें अपने घर पे रखा नहीं और भगा दिया | उन महिलाओंको समाज स्वीकार नहीं कर रहा था | उन स्त्रियों को समज नहीं आ रहा था की, वो जाये तो जाये कहाँ |

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krishna wives कृष्ण की १६००० स्त्रियों से शादी | 

     इन सभी महिलाओंका दुखड़ा लेकर कशेरु नाम की स्त्री श्रीकृष्ण के पास गयी | ये सारी बात सुनकर कृष्ण ने फिर भगदत्त के राज्याभिषेक के दौरान उन सभी १६००० स्त्रियों को अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया | और घोषणा की इन सभी महिलाओं को आज से मेरा अभय घोषित करता हूँ | और उनकी रक्षा का उत्तरदायित्व मेरा है | इन सभी महिलाओं को धागे में पिरोया हुआ एक मणि मेरी तरफ से दिया जायेगा | वही मंगलसूत्र अपने गले में पहनके आप सम्पूर्ण भारत में किसी को भी गर्व से कह सकते हो, में कृष्ण की पत्नी हूँ | और इन सभी स्त्रियों का पुनर्वसन में द्वारका में करूँगा | 


कृष्ण की महानता | Krishna thoughts and teaching

     कृष्ण ने इन सभी महिलाओं के साथ कोई गृहस्थाश्रम और सांसारिक रिश्ता स्थापित नहीं किया मगर पत्नी होने के नाते उनकी रक्षा और पुनर्वसन का अपना उत्तरदायित्व जीवनभर निभाया | इन सभी महिलाओं के साथ कृष्ण का वासना से परे और वासनारहित रिश्ता था | कृष्ण ने उन्हें अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार कर लिया | क्यों की वो समाज में गर्व से जी सके | और उनकी तरफ अकेली औरत समझकर अत्याचार करनेकी किसी की हिम्मत ना हो |  

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